मौसम की भांति सत्ता परिवर्तन होना भी जरूरी- श्री गिरिजी महाराज

मौसम की भांति सत्ता परिवर्तन होना भी जरूरी- श्री गिरिजी महाराज

पुष्कर (राज.)। राष्ट्रीय संत स्वामी श्री गोविन्द देवगिरीजी महाराज ने पुष्कर माहेश्वरी सेवा सदन भवन में शपथ समारोह के अवसर पर कहा कि जिस प्रकार मौसम बदलता है उसी प्रकार सत्ता का परिवर्तन होना भी जरूरी है। उन्होंने यह भी कहा कि आपसी मनमुटाव मिटाकर सेवा सदन के उत्थान में एक-दूसरे को सहयोग करना चाहिए। आपने श्री रामकुमार भुतडा के कार्यकाल के विकास कार्यों की सराहना की। तथा स्वामीजी श्री गिरिजी महाराज ने सेवा सदन के नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को पद व गोपनीयता की शपथ दिलवाई।
अभिनंदन समारोह को सम्बोधित करते हुए नवानिर्वाचित अध्यक्ष श्री श्यामसुंदर बिडला ने समाज बंधुओं को विश्वास दिलाया सेवा सदन का काम पूरी तरह पारदार्शिता के रूप में किया जाएगा तथा पुष्कर सहित सभी तीर्थ स्थलों में सेवा सदन के भवनों का आधुनिकरण के साथ सभी व्यवस्था से तैयार किया जाएगा, जिसमें प्रमुख रूप से सेवा सदनों के भवनों के कमरों की ऑनलाइन बुकिंग व्यवस्था भी शीघ्र शुरू की जाएगी। इसी के साथ सभी भवनों में भोजन व्यवस्था में सुधार कर न्यूनतम राशि पर उपलब्ध की जाएगी, जिसमें समाज के भामाशाहों का सहयोग लिया जाएगा। साथ ही शिक्षा के क्षेत्र में समाज के विद्यार्थियों के लिए नए कॉलेज व छात्रावास बनाने की दिशा में उचित कदम उठाए जाएंगे। आपने सेवा सदन के पूर्वी अध्यक्षों सदन के संस्थापक स्व. श्री गोवर्धन सोनी के कार्यकालों की उपलब्धि पर प्रकाश डाला। साथ ही श्री भूतडाजी के कार्यकाल में सेवा सदन की प्रगति के लिए  उनका आभार माना।
इस मौके पर ब्रह्मा सावित्री वेद विद्यापीठ की ओर से स्वामी श्री गोविन्द देवगिरिजी महाराज व श्री जोधराज लङ्ढा ने नवनिर्वाचित पदाधिकारियों को माला व शॉल ओढाकर अभिनंदन किया तथा ट्रस्ट की ओर से सेवा सदन के पूर्व अध्यक्ष श्री दामोदर बंग, श्री भूतडा सहित समाज के वरिष्ठ समाज बंधुओं का भी सम्मान किया गया। कार्यक्रम का संचालन महामंत्री श्री सुनील मूंदडा ने किया।

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