अधिक मास में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन

अधिक मास में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का आयोजन

नई दिल्ली।
कथा की सार्थकता जब ही सिध्द होती है जब इसे हम अपने जीवन में व्यवहार में धारण कर निरंतर हरी स्मरण करते हुए भारतीय संस्कृति को सुदृढ बनाते हुए, पाश्चात्य संस्कृति से बचाते हुए अपने जीवन को आनंदमय, मंगलमय बनाकर अपना आत्म कल्याण करें। अन्यथा यह कथा केवल मनोरंजन कानों के रस तक ही सीमित रह जाएगी उक्त मधुर वचनों से कथा का अमृतपान।

परम श्रध्देय शुक स्वरूप गुरुदेव श्री 108 पूज्य श्री मारुतिनन्दन जी महाराज वागीशजी, वृंदावन ने अपनी ओजस्वी वाणी से ज्ञान गंगा की रस धारा बहाकर रसपान कराया।
माहेश्वरी सेवा सदन, कल्याण विहार में श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ सम्पन्न हुआ।
कथा के सफल आयोजन में सर्वश्री मुरली मनोहर करवा, महाबीर प्रसाद मंत्री, श्यामसुंदर बिहानी, मदनलाल मूथा, भगवानदास कासट, शिवरतन सोमानी, शंकर सोमानी, विक्रम लाखोटिया एवं सभी कार्यकारिणी के सदस्यों ने सहयोग किया। मंडल के 51 सदस्यों ने यजमान के रूप में सहयोग देकर इस यज्ञ को सम्पन्न करवाया तथा प्रतिदिन पूजा में उपस्थित होकर पुण्य लाभ प्राप्त किया।
सात दिनों तक प्रतिदिन लगभग 300 से अधिक भक्तों ने कथा का अमृतपान किया।
महिला समिति की सदस्याओं में सर्वश्री श्रीमती पुष्पा काबरा, जमुना सोमानी, कमला कासट, किरण लखोटिया, मालीना काबरा, सीता सारडा, राधा चांडक, राधा दम्मानी, उषा कासट, अनु सोमानी आदि सदस्याओं ने कलश यात्रा, नित्य नई झांकियों को सुंदर स्वरूप प्रदान किया। गिरीराज दर्शन, रूक्मणी विवाह आदि का दर्शन लाभ करवाया। झाँकियों में श्री विनय कोठारी हिरण्यकश्यप ने विभिन्न किरदारों के अभिनय में सहयोग कर भक्ति रस में डूब गए।
प्रतिदिन प्रसाद वितरण भोजन व्यवस्था में सर्वश्री विक्रम लखोटिया, श्याम चांडक, रमेश दम्मानी, रामचन्द्र राठी, ओमप्रकाश तापडया, पुरुषोत्तम पेडीवाल, अनिल मंत्री, अरूण सारडा अन्य सदस्यों ने विशेष सहयोग दिया। मंडल अध्यक्ष श्री करवा ने वागीश महाराज को शॉल उडाकर तो महाबीर प्रसाद मंत्री ने सम्मान किया।

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