कार्यकर्ता सामाजिक दायित्व समझे...!

कार्यकर्ता सामाजिक दायित्व समझे...!
संगठन का एक वृहद स्वरूप माहेश्वरी समाज के रूप में विद्यमान है जिसके हम सभी घटक है।
माहेश्वरी समाज  देश में ही नहीं अन्तर्राष्ट्रीय स्तर तक संगठन के रूप में पहचाना जाता है। समाज सेवा के लिए कार्यकर्ताओं को अपनी सोच व चिन्तन में परिवर्तन लाना आवश्यक हो गया है तथा अपने चरित्र में ऐेसे गुण पैदा करने चाहिए कि वह सबका प्रिय पात्र बन सके। अपनी मृदुवाणी अमृत समान मीठी बनाए। मृदुवाणी लोगों को जोडती है और कटुवाणी लोगों को तोडती है, जिससे संगठन टूटता है।
सच्चा कार्र्यकत्ता फल की अपेक्षा नहीं रखते हुए काम करता है। पद, सत्ता अथवा सम्मान की जिन्हें अपेक्षा नहीं होती वे ही सच्चे कार्यकर्ता होते हैं।
समाज में कितना भी अच्छा कार्य करो आलोचक तैयार रहते हैं। कुछ लोगों की शिकायत करने व दोष ढूंढने की आदत होती है। अच्छे कार्यकर्ता इस ओर ध्यान नहीं देते, लक्ष्य की प्राप्ति की ओर अग्रसर रहते हैं। इसलिए सकारात्मक भावना आवश्यक है। समाज का कोई भी कार्य हो मन, तन व धन से जुट जाना चाहिए। कार्यकर्ता का आचरण शुध्द होना चाहिए।
समाज के सामने आज शिक्षा, विवाह, जीवन-यापन, रोजगार, युवा-पीढी को सही संस्कार व मार्गदर्शन देने जैसी कई ज्वलन्त समस्याए हैं। सामाजिक कार्यकर्ताओं को मिलकर व चिन्तन करके इनके निराकरण के उपाय खोजने चाहिए।
अपने सामाजिक दायित्वों को देखें व परखें तथा राजनीति, आपसी दबाव व द्वेष, प्लीजिंग पालिसी और झूठे दंर्भ से दूर रहकर अपना कार्य करें। समय-समय पर आत्मनिरीक्षण करें व अनुशासित रहकर समाज व संगठन की सेवा में तत्पर रहे।   

1 Comment(s) on “कार्यकर्ता सामाजिक दायित्व समझे...!“

Comment by : Prem Sabu 24/06/2015 10:37 AM

Very nice !

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