'मुस्कान' संस्था द्वारा समाज के बुजुर्गों का सम्मान समारोह सम्पन्न

कोटा (राज.)। स्थानीय माहेश्वरी समाज के वृध्दजन जिनकी आयु 60 वर्ष से अधिक हो गई है, उनके सम्बंधों को प्रगाड बनाने के उद्देश्य को लेकर माहेश्वरी बंधुओं की यह संस्था 'मुस्कान' का गठन किया गया।

इस संस्थान ने सर्वप्रथम 50 वर्षों के दाम्पत्य जीवन के बुजुर्गों का एक सम्मान समारोह 12 दिसंबर 2010 को माहेश्वरी भवन झालावाड रोड पर आयोजित किया, जिसमें इन दम्पत्तियों को मंच पर बुलाकर एक-दूसरे को माला पहनाकर 50 वर्षों के विवाह समारोह की याद को ताजा कर दी। इस मौके पर दम्पत्तियों की यादगार के लिए उनके फोटो भी निकाले गए।


इस सम्मान समारोह में उपस्थित बंधुओं ने जब 93 वर्षीय श्रीरामस्वरूपजी कालानी व उनकी धर्मपत्नी कमलादेवी का सम्मान मंच से नीचे आकर उन्हें शाल व श्रीफल भेंट कर अभिनंदन किया। तब सभी उपस्थित बंधुओं का मन भावविभोर हो गया, जिसे उन्हें सभी टकटकी निगाह से देखते रह गए।

तब श्री कालानी दम्पत्ति बोले कि बुढापा अभिशाप नहीं है, ऐसा समय खूब आनंद के साथ बिताना चाहिए। बुजुर्गों को सम्मान करना अच्छी संस्कृति है। ऐसे आयोजन प्रसन्नता का विषय है हम इसके आभारी हैं।

इसी प्रकार एक वृहद आयोजन 03 अप्रैल 2011 को हुआ। उसमें 23 बुजुर्गों का सम्मान किया गया। जिसके मुख्य अतिथि श्याम सोनी व कार्यक्रम की अध्यक्षता श्रीमतीआशा माहेश्वरी ने की। वशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीकृष्णकुमार राठी व श्री भगवानदास जाजू, श्री बी.वी. माहेश्वरी  थे। इसके अलावा सर्वश्री कृष्ण कुमार बिरला, पुरुषोत्तमदास मालपानी निदेशक मालपानी ग्रुप, विष्णु साबू निदेशक शिव एडिबल्स प्रा.लि., गोविंद माहेश्वरी निदेशक एलन कैरियर, गुलाबचन्द माहेश्वरी, ओम माहेश्वरी, निदेशक कैरियर पाइन्ट आदि उपस्थित थे। समारोह का प्रारंभ भगवान महेश की पूजन-अर्चना व गणेश की आराधना के साथ श्वेता व संजना माहेश्वरी ने भजनों की प्रस्तुती दी। कार्यक्रम संयोजक सुरेश सोमानी थे। इस अवसर पर गोविंद माहेश्वरी, निदेशक एल.एन. ने श्रोताओं को भजनों से सभी को मंत्र-मुग्ध कर दिया। हर सांस में हो सुमिरन तेरा भजन के अलावा भक्ति करते  हुए कटे यूं ही जिंदगानी, प्रभु यही कामना... के भजनों से सभी को भाव-विभोर कर दिया। सभी दम्पत्तियों का शाल व श्रीफल से अभिनंदन किया गया व अतिथियों का भी स्वागत किया गया।

इसी तरह नौ जोडों का सम्मान समारोह का आयोजन 'मुस्कान' संस्था द्वारा 7 मई 2011 को माहेश्वरी भवन में आयोजित किया। कार्यक्रम के संयोजक जी.डी. मोहता थे। उन्होंने बताया कि इस सम्मान समारोह के अवसर पर विवाह गीत के संगीत से पांडाल गूंजता रहा। मेरा यार बना है दुल्हा, ले जाएंगे, ले जाएंगे, दिलवाले दुल्हनिया ले जाएंगे मंगल गीतों के साथ सभी बुजुर्गों को मंच पर बुलाकर एक-दूसरे को माला पहनाकर 50 वर्ष पूर्व के विवाह समारोह को यादगार बनाया। इस अवसर पर इन दम्पत्तियों को सर्वश्री सुरेश सोमानी, गिरिराजदास मोहता, राधेश्याम मूंदडा, उपेन्द्र माहेश्वरी आदि ने पुष्पमाला व साफा पहनाकर तथा साडी प्रदान कर सम्मानित किया। कार्यक्रम का संचालन सुरेश सोमानी मुख्य संयोजक ने किया तथा नरेन्द्रमोहन, मनोहरदेवी मूंदडा को भी हार्दिक धन्यवाद दिया।


1 Comment(s) on “'मुस्कान' संस्था द्वारा समाज के बुजुर्गों का सम्मान समारोह सम्पन्न“

Comment by : महेंद्र सारंगधर,नाशिक 14/08/2015 02:52 AM

धर्म के अनुसार अपना अपना कर्तव्य करना चाहिए,लेकीन अभी बहोत ही बडी पाप की लहर चल रही है,थोडा शांत होकर देखो,हर जगह साधुसंतोपर अन्याय दोषारोपण हो रहा है,खैर सबका भला ,सबका मंगल यह संतो की चाह होती है,उसमे हम भी हा भर दें ,तो बहोत ठीक होगा. नारायण नारायण नारायण

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