वैश्य जगत - राजनीति में उतरे

वैश्य की आवाज बुलंद करें- श्री संघी





गाजियाबाद। अखिल भारतीय वैश्य महासम्मेलन के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री गिरिश संघी ने वैश्य जगत को आगाह किया है कि अब वैश्य समाज को एकता में संगठित करने के लिए सही वक्त आ गया है। उन्होंने सभी वैश्य बंधुओं से अपील की है कि अपने नाम के आगे वैश्य वर्ण को समाज से जोडने के लिए प्रयोग में लाना चाहिए। यहां तक कि कई समाजजनों को यह पता नहीं कि कौन वैश्य में है और कौन वैश्य से अलग है। इस बैठक से सभी राजनीति दलों में चर्चाओं का दौर शुरू हो गया और सभी पार्टियां अपने बैनर के नीचे वैश्य समाज को जोडने के लिए अधिक से अधिक वैश्यविकी व्यक्ति को टिकट देने की दौड में जुट गई है। श्री संघी ने बताया कि 206 सीट पाने वाली कांग्रेस को कुल 11 करोत्रड 91 लाख वोट मिले और पांच लाख के दम पर 3 सीट निकालने वाली नेशनल कान्फ्रेंस व कुल 76 लाख मतों की मदद से 18 सीट निकलने में कामयाब है।

सिर्फ उत्तरप्रदेश में 4.5 करोड व पूरे देश में 25 करोड वैश्य होने का दबाव काफी नहीं है। अगर दूसरे तबके के लिए वोट डालने जा सकते हैं, तो वैश्य समाज को पीछे नहीं रहना चाहिए। आपने वैश्य समाज को चेताया कि आने वाले समय में वैश्य समाज अग्रणी होकर अपने को वोट डालने में प्रथम आना होगा।

1 Comment(s) on “वैश्य जगत - राजनीति में उतरे“

Comment by : Hari Gupta 10/09/2016 11:22 AM

namaste sir hume aapki raay achha laga. par isashe hume kya fayada hoga. hume apni raay mere e-mail par jaror bheje

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